
School Holiday 2025 का ऐलान छात्रों और अभिभावकों के लिए एक राहत भरी खबर लेकर आया है। इस बार गर्मी की छुट्टियां 1 मई 2025 से शुरू होकर 15 जून 2025 तक चलेंगी, यानी कुल 46 दिन तक स्कूल बंद रहेंगे। यह निर्णय प्रदेशभर के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों दोनों पर लागू होगा। इस दौरान छात्रों को न केवल मौसम की मार से राहत मिलेगी, बल्कि उन्हें अपने मानसिक और शारीरिक विकास का मौका भी मिलेगा।
गर्मी की छुट्टियों का कारण और मौसम का प्रभाव
हर साल की तरह इस बार भी मई और जून के महीने में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि तापमान 40 से 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। इस बढ़ती गर्मी और हीट स्ट्रोक के खतरे को देखते हुए सरकार ने पहले से ही स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है। बच्चों को डिहाइड्रेशन और अन्य मौसमी बीमारियों से बचाने के उद्देश्य से यह निर्णय समय पर लिया गया है।
गर्मी की छुट्टियों का निर्णय केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि एक आवश्यक कदम बन गया है। बच्चों के स्वास्थ्य के साथ कोई समझौता न हो, इसलिए सरकार ने इस साल सभी स्कूलों को एक समान नियमों के तहत अवकाश देने का आदेश जारी किया है।
सरकारी और निजी स्कूलों पर समान नियम
इस बार अवकाश के नियम केवल सरकारी स्कूलों तक सीमित नहीं हैं। केंद्रीय विद्यालय, राज्य बोर्ड स्कूल, और बड़े प्राइवेट संस्थान सभी इस नियम के अंतर्गत आएंगे। छुट्टियों के दौरान स्कूल कैंपस में कोई समर कैंप आयोजित नहीं किया जाएगा। हालांकि कुछ संस्थाएं ऑनलाइन समर प्रोग्राम्स के विकल्प जरूर उपलब्ध करा सकती हैं, ताकि बच्चों का समय उपयोगी ढंग से व्यतीत हो।
छुट्टियों के दौरान क्या करें बच्चे और अभिभावक?
गर्मी की छुट्टियां बच्चों के लिए केवल आराम का समय नहीं, बल्कि नवीन कौशल सीखने और व्यक्तित्व विकास का अवसर होती हैं। इस समय को प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया जा सकता है।
- शैक्षणिक रुचि विकसित करें – बच्चों को ज्ञानवर्धक किताबें और रोचक कहानियों से परिचित कराएं। इससे उनकी कल्पनाशक्ति और शब्द ज्ञान बढ़ेगा।
- नए हुनर सिखाएं – इस समय का उपयोग पेंटिंग, नृत्य, संगीत या खेल जैसी गतिविधियों के लिए किया जा सकता है, जिससे बच्चों में आत्मविश्वास और अभिव्यक्ति कौशल बढ़ेगा।
- परिवार के साथ समय बिताएं – एक छोटी सी पारिवारिक यात्रा या पार्क में खेलने से बच्चों को ताजगी मिलती है और रिश्तों में निकटता आती है।
- स्वस्थ दिनचर्या अपनाएं – बच्चों को जल्दी सोने-जागने, संतुलित आहार लेने और योग करने की आदत डालें। इससे उनका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
व्यक्तिगत अनुभव से जुड़ी सीख
पिछली छुट्टियों में मैंने अपने भतीजे को हर दिन एक नई कहानी पढ़ने की आदत डलवाई थी। पहले वह किताबों से दूर भागता था, लेकिन अब वो खुद से नई किताबें ढूंढता है। यह बदलाव सिर्फ छुट्टियों की सही योजना और मार्गदर्शन से संभव हो पाया।
स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें
भीषण गर्मी में बच्चों को हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और थकावट से बचाना अनिवार्य है। गर्मी के मौसम में उचित खानपान और कपड़े पहनना बेहद जरूरी है।
- बच्चों को खूब पानी, छाछ, नींबू पानी और नारियल पानी दें
- बाहर निकलते समय सिर ढकें और हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें
- धूप के समय (दोपहर 12 से 4 बजे) घर में रहें
- तेलयुक्त और तली-भुनी चीजों से परहेज करें
- घर में पंखे, कूलर या एसी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए
ऑनलाइन समर कैंप्स और क्लासेस
बच्चों के लिए अब ऑनलाइन समर प्रोग्राम्स एक बेहतरीन विकल्प बन चुके हैं। ये न केवल बच्चों को व्यस्त रखते हैं, बल्कि उन्हें नई चीजें सीखने का भी मौका देते हैं।
- क्रिएटिव राइटिंग वर्कशॉप्स में कल्पना शक्ति बढ़ती है
- आर्ट एंड क्राफ्ट से रचनात्मकता को नई दिशा मिलती है
- डांस और म्यूजिक क्लासेस आत्मविश्वास बढ़ाती हैं
- साइंस एक्सपेरिमेंट सेशन से तार्किक सोच मजबूत होती है