रातभर कूलर या पंखा चलाते हैं? जानिए कितनी यूनिट खपत और कितना आएगा बिजली बिल!

गर्मी से राहत पाने के लिए रातभर कूलर या पंखा चलाना आम बात है, लेकिन क्या आप जानते हैं इससे आपके बिजली बिल में कितनी खतरनाक बढ़ोत्तरी हो सकती है? जानिए कितनी यूनिट खर्च होती है, कितना आता है बिल और कैसे आप स्मार्ट तरीके से बचा सकते हैं सैकड़ों रुपये हर महीने… पूरा सच इस रिपोर्ट में

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रातभर कूलर या पंखा चलाते हैं? जानिए कितनी यूनिट खपत और कितना आएगा बिजली बिल!
रातभर कूलर या पंखा चलाते हैं? जानिए कितनी यूनिट खपत और कितना आएगा बिजली बिल!

गर्मी के मौसम में राहत पाने के लिए अधिकांश लोग रातभर कूलर या पंखा चलाना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन उपकरणों के उपयोग से बिजली की कितनी यूनिट खर्च होती है और इसका असर आपके बिजली बिल पर कितना पड़ता है? इस आर्टिकल में हम इसी विषय पर बात करेंगे और समझेंगे कि किस प्रकार यह आदत आपकी जेब पर असर डालती है। साथ ही जानेंगे कुछ जरूरी टिप्स और FAQs जो आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होंगे।

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रातभर कूलर या पंखा चलाना आज की आवश्यकता बन चुका है, लेकिन इसका सीधा असर बिजली बिल पर पड़ता है। पंखा भले ही कम बिजली खपत करता हो, लेकिन कूलर अपेक्षाकृत ज्यादा यूनिट खर्च करता है। यदि थोड़ी सी समझदारी से उपकरणों का इस्तेमाल किया जाए, तो न सिर्फ बिजली बिल में कमी लाई जा सकती है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दिया जा सकता है।

पंखा चलाने से कितनी बिजली खपत होती है?

साधारण घरेलू पंखे, जैसे सीलिंग फैन या टेबल फैन, आमतौर पर 60 से 90 वॉट (Watt) की बिजली की खपत करते हैं। यदि एक पंखा रातभर यानी लगभग 8 घंटे तक चलता है, तो वह लगभग 0.48 से 0.72 यूनिट बिजली की खपत करेगा।

उदाहरण के तौर पर अगर आप प्रतिदिन 8 घंटे पंखा चलाते हैं:

  • 90W × 8 घंटे = 720 वाट = 0.72 यूनिट प्रति दिन

महीने भर के लिए:

  • 0.72 यूनिट × 30 दिन = 21.6 यूनिट प्रति माह

यदि प्रति यूनिट बिजली की दर ₹8 है, तो:

  • 21.6 यूनिट × ₹8 = ₹172.80 प्रतिमाह

यह राशि देखने में कम लग सकती है, लेकिन यदि घर में 3-4 पंखे चल रहे हों, तो यह आंकड़ा ₹600-₹700 के आसपास पहुंच सकता है।

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कूलर चलाने से कितनी यूनिट खर्च होती है?

कूलर की बिजली खपत पंखे की तुलना में अधिक होती है। एक सामान्य कूलर 150 वॉट से लेकर 250 वॉट तक बिजली की खपत करता है, जो उसके आकार और मोटर की क्षमता पर निर्भर करता है।

मान लीजिए आप 200 वॉट का कूलर रोजाना 8 घंटे चलाते हैं:

  • 200W × 8 घंटे = 1600 वाट = 1.6 यूनिट प्रति दिन

महीने भर में:

  • 1.6 यूनिट × 30 दिन = 48 यूनिट प्रति माह

यदि बिजली की दर ₹8 प्रति यूनिट हो, तो:

  • 48 यूनिट × ₹8 = ₹384 प्रतिमाह

यदि आप दो कूलर चलाते हैं, तो यह राशि सीधे ₹768 तक जा सकती है। यानि सिर्फ कूलर चलाने से महीने में बिजली बिल में ₹700-₹800 की बढ़ोत्तरी हो सकती है।

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पंखे और कूलर के उपयोग में फर्क

पंखा केवल हवा को सर्कुलेट करता है, जबकि कूलर हवा को ठंडा करके बाहर फेंकता है। इसलिए कूलर की मोटर और वॉटर पंप, दोनों बिजली का उपभोग करते हैं। इसके कारण उसकी बिजली खपत पंखे से अधिक होती है।

बिजली खपत से कैसे बचा जा सकता है?

यदि आप बिजली बिल में कटौती चाहते हैं तो कुछ आसान उपाय अपना सकते हैं:

  • एनर्जी एफिशिएंट उपकरण: 5 स्टार रेटिंग वाले पंखे और कूलर का उपयोग करें।
  • रातभर चलाना जरूरी नहीं: यदि मौसम थोड़ा ठंडा है तो टाइमर लगाएं जिससे उपकरण स्वतः बंद हो जाएं।
  • रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy का इस्तेमाल: यदि संभव हो तो सोलर एनर्जी का उपयोग करें।
  • कमरे की इन्सुलेशन: कमरे को अच्छे से बंद रखें जिससे ठंडी हवा बाहर न निकले।

बढ़ता बिजली बिल और गर्मियों की चुनौती

गर्मी के दिनों में एयर कंडीशनर (AC), फ्रिज, वॉटर कूलर, पंखा जैसे उपकरणों की बिजली खपत बहुत अधिक बढ़ जाती है। ऐसे में बिजली का मासिक बिल आमतौर पर दोगुना हो सकता है। ऐसे में समझदारी भरा उपयोग ही एकमात्र उपाय है।

भविष्य की ओर: स्मार्ट उपकरणों का उपयोग

आज के दौर में बाजार में ऐसे स्मार्ट पंखे और कूलर भी उपलब्ध हैं जिन्हें मोबाइल ऐप से नियंत्रित किया जा सकता है और जो ज्यादा बिजली की खपत नहीं करते। इसके अलावा, स्मार्ट प्लग के जरिए आप समय सेट कर सकते हैं कि कब उपकरण बंद हो जाए।

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सरकार की पहल और बिजली बचत

सरकार भी ऊर्जा संरक्षण की दिशा में कदम उठा रही है। ऊर्जा मंत्रालय द्वारा “उजाला योजना” के तहत LED बल्ब और एनर्जी एफिशिएंट पंखों को बढ़ावा दिया गया है। इस प्रकार के प्रयासों से बिजली की खपत में भारी कमी आ सकती है।

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