स्कूलों का समय बदला! 1 से 8 तक के बच्चों के लिए DM का नया आदेश जारी

तेज गर्मी और लू की मार ने प्रशासन को किया मजबूर! जिलाधिकारी ने स्कूलों के समय में किया बड़ा बदलाव—अब बच्चे कम समय तक ही रहेंगे स्कूल में। स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जारी हुआ ये आदेश, जानिए नया टाइम टेबल, किन-किन स्कूलों पर होगा लागू और अभिभावकों को क्या बरतनी होगी सावधानी

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स्कूलों का समय बदला! 1 से 8 तक के बच्चों के लिए DM का नया आदेश जारी
स्कूलों का समय बदला! 1 से 8 तक के बच्चों के लिए DM का नया आदेश जारी

उत्तर प्रदेश में गर्मी और लू (Heatwave) की तीव्रता को देखते हुए जिलाधिकारी विशाख जी ने स्कूल टाइम-Table Change को लेकर बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने एक आदेश जारी करते हुए जनपद के सभी सरकारी (Government Schools), परिषदीय, निजी (Private Schools) और अन्य बोर्ड से संबद्ध विद्यालयों को निर्देशित किया है कि वे नई समय-सारणी का कड़ाई से पालन करें। यह बदलाव विद्यार्थियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया है, जो तत्काल प्रभाव से लागू होगा और अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा।

उत्तर प्रदेश में बढ़ती गर्मी और लू की स्थिति को देखते हुए स्कूलों के संचालन का समय बदलना एक सकारात्मक और सुरक्षा आधारित कदम है। प्रशासन का यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए लिया गया है। आगामी दिनों में यदि मौसम में सुधार आता है तो समय-सारणी में पुनः बदलाव संभव है, लेकिन फिलहाल यह आदेश सभी विद्यालयों पर अनिवार्य रूप से लागू रहेगा।

नई समय-सारणी: अब स्कूल सुबह 7:30 से दोपहर 12:30 बजे तक

जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश के अनुसार अब सभी स्कूल सुबह 7:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक ही संचालित होंगे। पहले यह समय सुबह 8:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक था, लेकिन हीटवेव और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी को देखते हुए समय को घटा दिया गया है।

इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को तेज धूप, लू और गर्मी से बचाव प्रदान करना है, विशेषकर छोटे बच्चों के लिए यह गर्मी बेहद खतरनाक हो सकती है।

क्यों बदला गया स्कूलों का समय?

उत्तर प्रदेश सहित पूरे उत्तर भारत में लू और भीषण गर्मी का प्रकोप देखा जा रहा है। कई जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है, जिसमें लखनऊ समेत 21 जिले शामिल हैं। मौसम विभाग द्वारा आगामी दिनों में हीटवेव अलर्ट भी जारी किया गया है।

इस स्थिति में लंबे समय तक बच्चों का खुले वातावरण में रहना स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है। इसलिए प्रशासन ने यह तत्कालिक और एहतियाती कदम उठाया है ताकि बच्चों को डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बचाया जा सके।

सभी प्रकार के स्कूलों पर लागू होगा यह आदेश

डीएम विशाख जी ने यह स्पष्ट किया है कि यह आदेश सभी प्रकार के स्कूलों पर समान रूप से लागू होगा। चाहे वह सरकारी हो, परिषदीय, सहायता प्राप्त, निजी या किसी भी बोर्ड से मान्यता प्राप्त संस्थान—हर किसी को इस आदेश का अनुपालन करना होगा।

स्कूलों में बाहरी गतिविधियों पर भी रोक

जिलाधिकारी ने निर्देशित किया है कि विद्यालय समय के दौरान किसी भी प्रकार की खेलकूद, स्पोर्ट्स एक्टिविटी या ओपन फील्ड इवेंट्स का आयोजन न किया जाए। इस प्रकार की बाहरी गतिविधियां तेज धूप और लू के कारण स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं।

विद्यालय प्रशासन को विशेष रूप से सतर्क रहने को कहा गया है और किसी भी आपात स्थिति में चिकित्सा सहायता के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।

अभिभावकों के लिए भी दिशा-निर्देश जारी

प्रशासन ने अभिभावकों (Parents) से भी अनुरोध किया है कि वे बच्चों को हल्के, सूती और आरामदायक कपड़े पहनाएं और नियमित अंतराल पर पानी पिलाते रहें। इससे बच्चों को डिहाइड्रेशन से बचाया जा सकता है। साथ ही यह सलाह दी गई है कि बच्चे धूप में ज़्यादा देर तक न रहें और घर पहुंचते ही उन्हें आराम दिया जाए।

आगामी मौसम को लेकर अलर्ट

मौसम विभाग की मानें तो 26 अप्रैल से उत्तर प्रदेश के मौसम में बदलाव की संभावना है। बारिश और तेज आंधी के आसार जताए गए हैं, लेकिन उससे पहले तापमान में और बढ़ोतरी की आशंका है। इसलिए प्रशासन की यह पहल समयानुकूल और जनहित में मानी जा रही है।

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