
हिसार के किसानों के लिए टोल टैक्स में राहत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। बाडो पट्टी, चौधरीवास और मय्यड़ टोल प्लाजा पर किसान संघर्ष समिति की संयुक्त बैठक बाडोपट्टी टोल पर संपन्न हुई। इस बैठक में किसानों और टोल प्रबंधन के बीच वार्ता के बाद सहमति बनी कि किसानों को टोल शुल्क में पूर्ण छूट दी जाएगी। बैठक में टोल प्रबंधक मिवरुती रावत, मंगेश देश पांडे, दलीप सिंह, कंपनी के जनरल मैनेजर गंगाधर और सिक्योरिटी इंचार्ज अमित नैन ने हिस्सा लिया। जनरल मैनेजर गंगाधर ने स्पष्ट किया कि भविष्य में किसानों की किसी भी शिकायत का अवसर नहीं दिया जाएगा और सभी सहमत मांगों को व्यावहारिक तौर पर लागू किया जाएगा।
गाड़ी पर झंडा और कार्ड से मिलेगी पहचान, नहीं रोकी जाएगी गाड़ी
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की बैठक ईश्वर वर्मा की अध्यक्षता में हुई, जिसका संचालन सरदानंद राजली ने किया। इस बैठक में किसानों ने स्पष्ट किया कि यदि कोई व्यक्ति गलत कार्ड का इस्तेमाल करता है, तो किसान संगठन उसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा। टोल से गुजरते समय यदि गाड़ी पर किसान झंडा और कार्ड या बैज में से कोई दो पहचान चिन्ह उपलब्ध हैं, तो गाड़ी को किसी भी हाल में नहीं रोका जाएगा। यह सहमति किसानों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
22 अप्रैल को हुई थी अहम बैठक, बनी थी सहमति
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को चौधरीवास टोल पर एसकेएम की बैठक हुई थी जिसमें टोल प्रबंधन और किसानों के बीच कई अहम मुद्दों पर समझौता हुआ था। उस दिन टोल को दोपहर दो बजे तक फ्री रखा गया था। टोल प्रशासन ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए भविष्य में किसी भी प्रकार की त्रुटि न करने का वचन दिया था। अब उस समझौते के अनुरूप, तीनों टोल प्लाजा पर व्यावहारिक तौर पर सभी मांगें लागू करने पर सहमति बन चुकी है।
किस दस्तावेज से मिलेगी टोल छूट
किसान नेताओं ने जानकारी दी कि यदि किसी वाहन पर किसान कार्ड, झंडा और बैज में से कोई दो पहचान चिन्ह मौजूद हैं तो उस वाहन से टोल टैक्स नहीं लिया जाएगा। टोल कर्मी इन वाहनों का अलग से वेरिफिकेशन नहीं करेंगे और न ही रात के समय किसी किसान वाहन चालक से जबरदस्ती बात कराने की बाध्यता होगी। विशेष ध्यान दिया जाएगा कि यदि वाहन में महिला या परिवार के अन्य सदस्य सवार हैं तो टोल कर्मचारी किसी भी स्थिति में अमर्यादित व्यवहार नहीं करेंगे।