
National Herald Case में एक बार फिर राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। दिल्ली की एक विशेष अदालत ने 2 मई को कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नोटिस जारी करते हुए उन्हें चार्जशीट पर अपना पक्ष रखने का अवसर दिया है। विशेष जज विशाल गोगने ने यह स्पष्ट किया कि निष्पक्ष सुनवाई का मूल तत्व है कि हर पक्ष को अपनी बात रखने का अधिकार मिले। मामले की अगली सुनवाई की तारीख 8 मई तय की गई है, जो राजनीतिक और कानूनी दोनों दृष्टिकोणों से अहम मानी जा रही है।
चार्जशीट और प्रवर्तन निदेशालय-ED की भूमिका
यह मामला तब सामने आया जब भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2014 में एक निजी शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय-ED ने 2021 में इस पर औपचारिक जांच शुरू की। चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि यह मामला एक आपराधिक साजिश का हिस्सा है, जिसमें कांग्रेस के शीर्ष नेता शामिल हैं। इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, दिवंगत नेता मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीस, और एक निजी कंपनी यंग इंडियन के नाम प्रमुख रूप से शामिल हैं।
मूल कंपनी और संपत्ति अधिग्रहण का विवाद
इस पूरे विवाद की जड़ें एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) और उसकी संपत्तियों से जुड़ी हुई हैं। यह आरोप है कि 2,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्तियां कथित रूप से धोखाधड़ी के जरिए हासिल की गईं। इन संपत्तियों का अधिग्रहण यंग इंडियन नामक एक कंपनी के जरिए किया गया, जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी के पास 38-38 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
ED के अनुसार, यंग इंडियन की आड़ में AJL की संपत्तियों को हड़पने की एक सुनियोजित साजिश रची गई, और इस प्रक्रिया में करीब 988 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी की गई।
कांग्रेस पार्टी की प्रतिक्रिया और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
कांग्रेस पार्टी ने बार-बार यह दावा किया है कि यंग इंडियन एक गैर-लाभकारी कंपनी है और इसका उद्देश्य केवल AJL की विरासत को संभालना है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष को दबाने के लिए कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिल्ली में पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी किसी भी “प्रतिशोध की भावना” से नहीं डरेगी और अपने नेताओं के साथ खड़ी रहेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि यह एक बड़ी साजिश है जिसके तहत सोनिया गांधी और राहुल गांधी को चार्जशीट में नामजद किया गया है ताकि विपक्ष की आवाज को कमजोर किया जा सके।