EPF Passbook Password Reset: पासबुक का पासवर्ड भूल गए? ऐसे करें रीसेट ये है आसान तरीका

EPFO मेम्बर्स के लिए EPF पासबुक पासवर्ड भूल जाने की स्थिति में पासवर्ड को दोबारा ऑनलाइन जनरेट करना बेहद आसान है। UAN, OTP और नया पासवर्ड सेट करने जैसी प्रक्रिया से यह रीसेट किया जा सकता है। यह सेवा पूरी तरह से सुरक्षित है और यूज़र को बिना किसी एजेंट की मदद से घर बैठे पासवर्ड रीसेट करने की सुविधा देती है।

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EPF Passbook Password Reset: पासबुक का पासवर्ड भूल गए? ऐसे करें रीसेट ये है आसान तरीका
EPF Passbook Password Reset

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) भारत के संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए बचत, पेंशन और बीमा सेवाएं प्रदान करने वाला एक प्रमुख सरकारी निकाय है। देशभर में इसके 24 करोड़ से अधिक सदस्य हैं, जो इसे वित्तीय सुरक्षा के लिहाज से एक भरोसेमंद संस्थान बनाते हैं। EPFO मेम्बर्स epfindia.gov.in पोर्टल पर जाकर अपनी EPF पासबुक ऑनलाइन देख सकते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि यूज़र लॉगिन पासवर्ड भूल जाते हैं, जिससे उन्हें पासबुक एक्सेस करने में दिक्कत होती है। ऐसे में पासवर्ड दोबारा जनरेट करना एक आसान और सुरक्षित प्रक्रिया है।

EPF पासबुक पासवर्ड रीसेट करने की प्रक्रिया

जब कोई यूज़र EPF पासबुक का पासवर्ड भूल जाता है, तो उसे नया पासवर्ड जनरेट करना होता है। इसके लिए सबसे पहले EPFO की आधिकारिक वेबसाइट epfindia.gov.in पर जाना होता है। होमपेज पर ही ‘Forgot Password’ लिंक पर क्लिक करें। इसके बाद यूज़र को अपना UAN यानी Universal Account Number और स्क्रीन पर दिख रहा कैप्चा कोड दर्ज करना होता है।

‘Verify’ बटन दबाते ही सिस्टम रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक OTP (One Time Password) भेजता है। इस OTP को दर्ज करने के बाद ही पासवर्ड रीसेट का विकल्प उपलब्ध होता है। इसके बाद यूज़र एक नया पासवर्ड सेट कर सकता है और ‘Submit’ बटन पर क्लिक करने के साथ ही यह प्रक्रिया पूरी हो जाती है। अब यूज़र अपने नए पासवर्ड से EPF पासबुक लॉगिन कर सकता है और बैलेंस, ट्रांजैक्शन सहित अन्य विवरण देख सकता है।

ऑनलाइन पासवर्ड रीसेट की सुरक्षा और लाभ

ऑनलाइन पासवर्ड रीसेट प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित है, क्योंकि इसमें OTP वेरीफिकेशन अनिवार्य होता है। यह सुनिश्चित करता है कि केवल अधिकृत व्यक्ति ही पासवर्ड बदल सके। यह प्रक्रिया तेज़, सरल और बिना किसी एजेंसी की मदद के पूरी की जा सकती है, जिससे समय और ऊर्जा दोनों की बचत होती है।

EPFO की यह सेवा विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी है जो बार-बार ऑफिस जाकर जानकारी लेना नहीं चाहते। डिजिटल इंडिया पहल के अंतर्गत EPFO का यह कदम कर्मचारियों को उनके फंड्स पर अधिक कंट्रोल देता है और पारदर्शिता सुनिश्चित करता है।

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