
गर्मी के मौसम में नारियल पानी (Coconut Water) पीना जितना सुकूनदायक होता है, उतनी ही चुनौती होती है एक ताजा और भरपूर पानी वाला नारियल चुनना। बाहर से एक जैसे दिखने वाले सभी नारियल अंदर से एक जैसे नहीं होते। यह अक्सर हमारे साथ हुआ होगा—हम ठेले पर गए, बढ़िया दिखने वाला नारियल उठाया, लेकिन जब काटा गया तो या तो सूखा निकला या बासी। यह निराशा तब और बढ़ जाती है जब यह रोजमर्रा की बात बन जाए।
असल में, नारियल खरीदना एक कला है, और इस लेख में हम आपको सिखाएंगे वो चार आसान और भरोसेमंद तरीके (Easy Ways to Identify a Good Coconut) जिनसे आप नारियल में पानी की मौजूदगी बिना काटे ही पहचान सकते हैं। ये ट्रिक्स न केवल आपके पैसे बचाएंगी बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर होंगी।
हिलाकर पहचानिए नारियल का ताजापन
सबसे पहला और आसान तरीका है नारियल को अपने कान के पास लाकर हल्के से हिलाना। अगर अंदर से ‘छप-छप’ की स्पष्ट आवाज आती है, तो यह साफ संकेत है कि नारियल ताजा है और उसमें भरपूर पानी मौजूद है। वहीं, अगर आवाज बहुत धीमी हो या सुनाई ही न दे, तो ऐसा नारियल या तो सूखा होगा या काफी पुराना। यह ट्रिक इतनी सटीक है कि अक्सर ठेले वाले इसे आपसे छिपाने की कोशिश करते हैं।
ध्यान दें नारियल की ‘तीन आंखों’ पर
हर नारियल के ऊपर तीन गोल निशान होते हैं जिन्हें आम भाषा में ‘आंखें’ कहा जाता है। एक समझदार ग्राहक इन आंखों की सतह को जरूर जांचता है। अगर इनमें से कोई एक बहुत नरम हो या उसमें से बदबू आ रही हो, तो ऐसा नारियल खराब हो सकता है। बेहतर है कि आप उन्हीं नारियलों को चुनें जिनकी सभी आंखें सख्त, सूखी और गंध रहित हों।
वजन है सबसे बड़ा इशारा
अगर एक ही आकार के दो नारियल आपके सामने हों, तो उनका वजन जरूर तुलना करें। सामान्यत: जो नारियल भारी होता है, उसमें पानी की मात्रा भी ज्यादा होती है। हल्के नारियल या तो पूरी तरह से सूख चुके होते हैं या बहुत पुराने हो जाते हैं, जिनमें स्वाद और पौष्टिकता दोनों की कमी होती है।
सतह की बनावट बहुत कुछ कहती है
एक और अहम संकेत है नारियल की बाहरी सतह। अगर छिलका साफ, थोड़ा चमकदार और मजबूत हो, तो यह अच्छे और ताजे नारियल की पहचान है। वहीं अगर नारियल पर सफेद धब्बे, फफूंदी या ज्यादा सूखे रेशे नजर आएं, तो यह साफ संकेत है कि वह खराब हो चुका है। ऐसे नारियल से न तो स्वाद मिलेगा और न ही सेहत का लाभ।