
मई 2025 में सार्वजनिक अवकाश-Public Holiday की सूची में एक और बड़ा ऐलान जुड़ गया है, जिसके तहत कई राज्यों में स्कूल, कॉलेज, बैंक और सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। ये छुट्टियां विभिन्न धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अवसरों को समर्पित हैं। इसके पीछे उद्देश्य है नागरिकों को इन विशेष दिनों पर सामाजिक और पारिवारिक सहभागिता का अवसर प्रदान करना और प्रशासनिक कार्यों को तदनुसार समायोजित करना।
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मई 2025 में अवकाश का विस्तृत परिदृश्य
महीने की शुरुआत 1 मई को मजदूर दिवस और महाराष्ट्र दिवस से होती है, जो न केवल महाराष्ट्र बल्कि कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में भी मनाया जाता है। यह दिन श्रमिकों को सम्मान देने के साथ-साथ राज्य निर्माण की याद दिलाता है। इस दिन बैंक, स्कूल और सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे।
इसके बाद 9 मई को रवींद्रनाथ टैगोर जयंती पश्चिम बंगाल में मनाई जाएगी, जहां इस दिन स्कूल और बैंक दोनों बंद रहेंगे। यह दिन भारत के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता को श्रद्धांजलि देने का प्रतीक बन चुका है।
12 मई को बुद्ध पूर्णिमा का पर्व है, जो पूरे उत्तर भारत और खासकर उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश में धार्मिक श्रद्धा से मनाया जाता है। इस दिन भी सरकारी संस्थान बंद रहेंगे, जिससे श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना और सामाजिक आयोजनों में भाग लेने का अवसर मिलता है।
सिक्किम राज्य दिवस 16 मई को मनाया जाता है, जो राज्य की संवैधानिक स्थापना का दिन है। वहीं त्रिपुरा में 26 मई को काज़ी नजरुल इस्लाम की जयंती और हिमाचल प्रदेश में 29 मई को महाराणा प्रताप जयंती मनाई जाएगी। इन सभी अवसरों पर राज्य स्तरीय छुट्टियां घोषित की गई हैं।
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राज्यवार अवकाश और उसका प्रभाव
राज्य सरकारें अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संदर्भों को ध्यान में रखते हुए छुट्टियां घोषित करती हैं। उदाहरणस्वरूप, सिक्किम राज्य दिवस और काज़ी नजरुल जयंती जैसी छुट्टियां क्षेत्रीय महत्त्व की होती हैं, जबकि बुद्ध पूर्णिमा जैसे त्योहार राष्ट्रीय स्तर पर मनाए जाते हैं। इन छुट्टियों का सीधा प्रभाव बैंकिंग-ऑपरेशन्स, शिक्षा संस्थानों और सरकारी सेवाओं पर पड़ता है, जिससे आमजन के दैनिक कार्य प्रभावित हो सकते हैं।
डिजिटलीकरण के दौर में छुट्टियों की भूमिका
हालांकि छुट्टियों के दौरान बैंक शाखाएं और सरकारी दफ्तर बंद रहते हैं, लेकिन डिजिटल बैंकिंग, मोबाइल ऐप्स और ऑनलाइन सेवाएं चालू रहती हैं। रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy, ई-गवर्नेंस और डिजिटल ट्रांजेक्शन जैसे क्षेत्रों में प्रगति के चलते अब बहुत-से कार्य छुट्टी के दिन भी संपन्न किए जा सकते हैं। फिर भी कुछ सेवाओं के लिए फिजिकल उपस्थिति अनिवार्य होती है, जिससे लोगों को अपने कार्यों की योजना इन अवकाशों को ध्यान में रखकर बनानी चाहिए।
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