Rajasthan Blackout Alert: आज रात इन शहरों में इस वक्त होगा ब्लैक आउट! जानिए कब और कहां होगा बिजली गुल

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद राजस्थान के छह शहरों में आज रात ब्लैक आउट ड्रिल की जाएगी। यह अभ्यास नागरिकों की सुरक्षा तैयारियों को परखने के लिए है, जिसमें सायरन बजते ही सभी लाइटें बंद करनी होंगी। प्रशासन ने लोगों से जागरूक और जिम्मेदार सहभागिता की अपील की है। इस योजना का उद्देश्य आपदा प्रबंधन के प्रति लोगों को प्रशिक्षित और सजग बनाना है।

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Rajasthan Blackout Alert: आज रात इन शहरों में इस वक्त होगा ब्लैक आउट! जानिए कब और कहां होगा बिजली गुल
Rajasthan Blackout Alert

भारत ने मंगलवार देर रात पहलगाम आतंकी हमले के दोषियों को सजा देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर-Operation Sindoor की कार्रवाई शुरू की, जिसने राष्ट्रीय सुरक्षा के मोर्चे पर एक निर्णायक कदम के रूप में पहचान बनाई। इसी के साथ राजस्थान में Blackout की योजना को लागू किया गया है, जो एक सख्त Mock Drill के तौर पर देश की तैयारी और चौकसी को दर्शाता है।

राजस्थान में आज रात कई शहरों में ब्लैक आउट होगा, जिसका उद्देश्य नागरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करना है। ऑपरेशन सिंदूर की इस कामयाबी को चिह्नित करते हुए सरकार ने इस विशेष अभ्यास के ज़रिए लोगों को सशक्त और सतर्क बनाने की दिशा में कदम उठाया है। इस ड्रिल के दौरान सायरन की आवाज़ के साथ ही सभी नागरिकों को अपने घरों, दुकानों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और वाहनों की सभी लाइटें बंद करनी होंगी।

ब्लैक आउट के समय और स्थान

इस अभ्यास के तहत राजस्थान के छह शहरों में ब्लैक आउट की सटीक समयावधि तय की गई है ताकि एक संगठित अभ्यास हो सके। यह ड्रिल चरणबद्ध तरीके से होगी:

  • बाड़मेर में रात 8:00 से 8:15 बजे तक
  • जैसलमेर में रात 8:30 से 8:45 बजे तक
  • जालोर में रात 9:30 से 9:45 बजे तक
  • जोधपुर में रात 10:00 से 10:15 बजे तक
  • पाली में रात 10:30 से 10:45 बजे तक
  • सिरोही में रात 11:15 से 11:30 बजे तक

इस मॉक ड्रिल को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश जारी किए जा चुके हैं कि वे सुनिश्चित करें कि आमजन जागरूक और तैयार रहे।

प्रशासन की अपील और नागरिकों की भूमिका

जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने अपील की है कि सभी नागरिक, स्वयंसेवी संगठन और संस्थान इस अभ्यास में सक्रिय भागीदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि यह न केवल एक मॉक ड्रिल है, बल्कि यह आपदा की स्थिति में हमारी तैयारियों को परखने का मौका भी है।

कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि इस दौरान घबराने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि इसे एक Training Opportunity के रूप में लिया जाना चाहिए। सभी को सायरन बजते ही तुरंत प्रकाश स्रोत बंद करने होंगे और पूर्ण सहयोग देना होगा। हालांकि प्रशासन ने यह भी कहा है कि परिस्थिति के अनुसार समय में बदलाव संभव है।

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