
शादी के 10 साल बाद भी मैरिज सर्टिफिकेट (Marriage Certificate) बनवाना पूरी तरह से संभव है। अक्सर लोग शादी के तुरंत बाद प्रमाण पत्र नहीं बनवाते, लेकिन समय के साथ विभिन्न कानूनी और सामाजिक जरूरतों के चलते इसकी आवश्यकता महसूस होती है। आज हम आपको बताएंगे कि अगर आपकी शादी को कई साल हो चुके हैं, तब भी आप कैसे आसानी से मैरिज सर्टिफिकेट हासिल कर सकते हैं, साथ ही इससे मिलने वाले फायदे भी जानेंगे।
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शादी के सालों बाद मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने की प्रक्रिया
यदि आपकी शादी को 10 साल या उससे ज्यादा हो चुके हैं और अब आप मैरिज सर्टिफिकेट बनवाना चाहते हैं, तो प्रक्रिया थोड़ी अलग हो सकती है। सबसे पहले आपको अपने क्षेत्रीय विवाह रजिस्ट्रार कार्यालय (Marriage Registrar Office) में आवेदन करना होगा। इसके लिए पति-पत्नी दोनों की उपस्थिति अनिवार्य है।
आपको एक आवेदन पत्र भरना होगा जिसमें विवाह की तारीख, स्थान और गवाहों का विवरण दर्ज करना होता है। यदि आपके पास पहले से कोई विवाह निमंत्रण पत्र (Wedding Invitation Card) या फोटो है तो उसे भी दस्तावेज़ के रूप में प्रस्तुत करना होगा। कई राज्यों में अब ऑनलाइन आवेदन (Online Application) की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे प्रक्रिया काफी सरल हो गई है।
आवश्यक दस्तावेज
मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज जरूरी होते हैं:
- पति और पत्नी का पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड या वोटर आईडी।
- निवास प्रमाण पत्र (Residence Proof)।
- विवाह के फोटो और निमंत्रण पत्र।
- दो गवाहों के पहचान पत्र।
यदि विवाह धार्मिक रीति-रिवाजों से हुआ है, तो मंदिर या धार्मिक स्थल द्वारा दिया गया प्रमाण पत्र भी मांगा जा सकता है।
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आवेदन प्रक्रिया
सबसे पहले आवेदन पत्र भरने के बाद संबंधित दस्तावेजों के साथ जमा करना होता है। इसके बाद विवाह रजिस्ट्रार द्वारा दस्तावेजों का सत्यापन किया जाता है। सत्यापन के बाद एक तारीख निर्धारित की जाती है, जिस दिन पति-पत्नी को दो गवाहों के साथ उपस्थित होना होता है। अगर सब कुछ सही पाया जाता है तो उसी दिन या कुछ दिनों में मैरिज सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाता है।
फीस और समय सीमा
मैरिज सर्टिफिकेट के लिए सामान्यत: 100 से 500 रुपये तक की फीस लगती है, जो राज्य के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। अगर शादी के एक साल के अंदर प्रमाणपत्र बनवाया जाता है तो प्रक्रिया सरल होती है, लेकिन देरी होने पर विवाह को सत्यापित करने के लिए अतिरिक्त दस्तावेज और समय की आवश्यकता होती है। प्रमाण पत्र मिलने में सामान्यतः 15 से 30 दिन का समय लग सकता है।
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मैरिज सर्टिफिकेट के फायदे
मैरिज सर्टिफिकेट न केवल आपकी शादी को कानूनी मान्यता देता है, बल्कि कई अन्य क्षेत्रों में भी उपयोगी है। विदेश यात्रा, वीज़ा (Visa) आवेदन, बैंक खातों में नॉमिनी जोड़ने, बीमा क्लेम, प्रॉपर्टी ट्रांसफर और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में इसका महत्व होता है। इसके अलावा अगर भविष्य में तलाक या अन्य कानूनी मामलों में विवाह का प्रमाण देना हो तो यह दस्तावेज बेहद जरूरी साबित होता है।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा
अब कई राज्यों ने मैरिज सर्टिफिकेट के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा शुरू कर दी है। आप राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर फॉर्म भर सकते हैं, दस्तावेज अपलोड कर सकते हैं और स्लॉट बुक कर सकते हैं। इससे समय की बचत होती है और प्रक्रिया भी पारदर्शी बनती है।
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रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में नौकरी और वीज़ा के लिए भी जरूरी
अगर आप रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) या अन्य अंतरराष्ट्रीय क्षेत्रों में काम करना चाहते हैं, तो विवाह प्रमाणपत्र कई बार वीज़ा या निवास परमिट के लिए अनिवार्य दस्तावेज बन जाता है। इसलिए यदि शादी को कई साल हो चुके हैं और अब तक मैरिज सर्टिफिकेट नहीं बनवाया है, तो जल्द से जल्द इसे कराना फायदेमंद रहेगा।