
देशभर में तेजी से बढ़ते वायु प्रदूषण और पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता को कम करने की दिशा में सरकार ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। फैक्ट्री फिटेड CNG किट (Factory Fitted CNG Kit) वाली गाड़ियों को अब सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नीति 2025 (City Gas Distribution Policy 2025) के तहत विशेष छूट दी जाएगी। यह छूट केवल उन्हीं वाहनों को मिलेगी जो निर्धारित एक वर्ष की अवधि में पंजीकृत होंगे। इस संबंध में परिवहन विभाग ने नए आदेश जारी कर दिए हैं, जिससे CNG वाहनों को बढ़ावा मिलने की संभावना है।
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हाइब्रिड वाहन रहेंगे छूट से बाहर
सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि हाइब्रिड वाहन (Hybrid Vehicles) — जिनमें CNG के साथ पेट्रोल या डीजल का विकल्प मौजूद होता है — उन्हें इस छूट से बाहर रखा गया है। इस कदम का उद्देश्य उन वाहनों को बढ़ावा देना है जो केवल CNG पर चलते हैं, जिससे पूरी तरह से प्रदूषण रहित या कम प्रदूषणकारी परिवहन को समर्थन मिल सके।
CNG वाहनों की छह श्रेणियों को मिलेगी छूट
परिवहन विभाग ने जिन फैक्ट्री फिटेड CNG वाहनों को इस छूट के दायरे में शामिल किया है, उन्हें छह श्रेणियों में विभाजित किया गया है। इसमें दोपहिया (Motorcycle) से लेकर बड़े वाणिज्यिक वाहन (Malayan Vehicles) तक शामिल हैं। विभाग ने सभी श्रेणियों के लिए छूट की अलग-अलग प्रतिशत दरें निर्धारित की हैं, जो 4% से शुरू होकर 13% तक जाती हैं।
छूट के लिए पात्रता
- वाहन में CNG किट फैक्ट्री फिटेड होनी चाहिए।
- वाहन का पंजीकरण City Gas Distribution Policy 2025 के अंतर्गत एक वर्ष की निर्धारित अवधि में होना आवश्यक है।
- हाइब्रिड वाहनों को इस छूट का लाभ नहीं मिलेगा।
- छूट 10 लाख से कम कीमत के वाहनों से लेकर 20 लाख से अधिक कीमत वाले वाहनों पर लागू होगी।
सरकार का उद्देश्य: रिन्यूएबल एनर्जी और ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा
सरकार के इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) स्रोतों को बढ़ावा देना और पारंपरिक ईंधनों पर निर्भरता को कम करना है। साथ ही, यह कदम पर्यावरण के लिहाज से भी बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि CNG एक साफ-सुथरा ईंधन माना जाता है जो कार्बन उत्सर्जन को कम करता है। इससे शहरी क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सुधारने में भी मदद मिलेगी।
ट्रांसपोर्ट सेक्टर में बड़ा बदलाव
यह नीति परिवहन क्षेत्र में एक बड़े बदलाव का संकेत देती है। जहां एक ओर वाहन निर्माता कंपनियों को अब फैक्ट्री फिटेड CNG वाहनों की मांग बढ़ती दिखाई देगी, वहीं उपभोक्ताओं को भी ईंधन की बढ़ती कीमतों से राहत मिल सकती है। वाहन खरीदने वालों के लिए यह छूट एक आकर्षक प्रस्ताव हो सकता है।
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भविष्य की राह
CNG को एक संक्रमणकालीन ईंधन के रूप में देखा जा रहा है, जो इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की व्यापकता से पहले एक स्थायी समाधान प्रदान कर सकता है। इस नीति के बाद उम्मीद की जा रही है कि इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ-साथ CNG वाहनों का बाजार भी व्यापक रूप से विकसित होगा।
सरकार की यह पहल न केवल ग्रीन मोबिलिटी को प्रोत्साहित करती है बल्कि निवेशकों और वाहन निर्माताओं के लिए भी एक संकेत है कि भविष्य स्वच्छ ईंधनों का है।