
बिहार के समस्तीपुर जिले में बुधवार को अपराधियों ने एक बड़ी और सुनियोजित वारदात को अंजाम दिया है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र की काशीपुर शाखा में दोपहर के समय हथियारबंद अपराधियों ने घुसकर करीब 5 करोड़ रुपये का सोना और 15 लाख रुपये नकद लूट लिया। यह घटना नगर थाना क्षेत्र में स्थित बैंक में हुई, जहां लुटेरे ग्राहकों के भेष में बैंक में दाखिल हुए और कुछ ही पलों में बैंक को अपने कब्जे में ले लिया।
इस वारदात ने पूरे जिले में हड़कंप मचा दिया है और बिहार में बैंक सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना के तुरंत बाद पुलिस अधीक्षक (SP) और उप-मंडल पुलिस पदाधिकारी (DSP) ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है, लेकिन अब तक अपराधियों का कोई सुराग नहीं लग पाया है।
अपराधियों की रणनीति और वारदात की गहराई
प्राथमिक जानकारी के अनुसार, लुटेरे पूरी योजना बनाकर आए थे। उन्होंने बैंक में मौजूद कर्मचारियों और ग्राहकों को एक अलग कमरे में बंद कर दिया था ताकि कोई विरोध न कर सके। इसके बाद बैंक के लॉकर रूम तक पहुंचकर यह तय करना मुश्किल है कि सोना लॉकर से लूटा गया या कहीं और से, लेकिन इतनी बड़ी मात्रा में सोना ले जाना यह दिखाता है कि उनके पास बैंक के इंटीरियर का पूरा नक्शा रहा होगा।
बैंक में CCTV फुटेज की जांच की जा रही है और फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच गई है। बैंक के कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि कहीं इस वारदात में अंदरूनी सहयोग तो नहीं था।
राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल
इस तरह की घटनाएं बिहार की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। बीते कुछ वर्षों में बैंक और सर्राफा दुकानों को निशाना बनाकर लूट की कई घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन इस स्तर की बड़ी लूटपाट विरले ही देखने को मिलती है।
समस्तीपुर पुलिस पर दबाव है कि वह जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़ कर सख्त कार्रवाई करे। आमजन में डर का माहौल बना हुआ है और बैंकिंग क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है।