सोने की कीमतों में बीते कुछ दिनों की गिरावट के बाद बुधवार को बाज़ार ने तेज़ी के संकेत दिए हैं। आज 7 मई को सोना 1,000 रुपये तक महंगा हो गया, जिससे इसकी कीमत फिर से ₹99,000 प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर मौजूदा वैश्विक हालात ऐसे ही बने रहे तो सोना एक बार फिर ₹1,00,000 के स्तर को पार कर सकता है।

दिल्ली और मुंबई में क्या है आज का सोने का रेट?
देश के प्रमुख बाजारों में 22 और 24 कैरेट सोने की कीमतें इस प्रकार रही:
- दिल्ली में:
- 22 कैरेट सोना – ₹90,900 / 10 ग्राम
- 24 कैरेट सोना – ₹99,150 / 10 ग्राम
- मुंबई में:
- 22 कैरेट सोना – ₹90,750 / 10 ग्राम
- 24 कैरेट सोना – ₹99,000 / 10 ग्राम
चांदी भी चमकी, 1 किलो का भाव ₹99,000
केवल सोना ही नहीं, चांदी में भी तेजी देखी गई है। बुधवार को चांदी का भाव ₹99,000 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है। कल की तुलना में इसमें अच्छी-खासी उछाल दर्ज की गई है।
क्यों बढ़ रहे हैं सोने के दाम?
विशेषज्ञों के मुताबिक, सोने की कीमतों में उछाल के पीछे कई वैश्विक और आर्थिक कारण हैं:
- डोनाल्ड ट्रंप का ऐलान: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने विदेशी दवाओं और फिल्मों पर भारी टैक्स लगाने की घोषणा की है, जिससे ग्लोबल मार्केट में अनिश्चितता और तनाव बढ़ गया है।
- भू-राजनीतिक तनाव: रूस-यूक्रेन युद्ध, ईरान-इस्राइल संघर्ष और अब भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते निवेशक सोने की ओर भाग रहे हैं।
- डॉलर की कमजोरी: डॉलर इंडेक्स में गिरावट के चलते सोना और ज्यादा आकर्षक हो गया है। डॉलर जब कमजोर होता है तो सोना आमतौर पर महंगा होता है।
- फेड की अगली बैठक: निवेशकों की नजर अब अमेरिकी फेडरल रिजर्व की अगली ब्याज दरों की बैठक पर टिकी है। अगर दरों में बदलाव होता है तो सोने की कीमतें और प्रभावित हो सकती हैं।
भारत में कैसे तय होती है सोने की कीमत?
भारत में सोने के रेट कई फैक्टर्स से तय होते हैं, जैसे:
- इंटरनेशनल गोल्ड प्राइस
- रुपये की डॉलर के मुकाबले कीमत
- आयात शुल्क और टैक्स
- स्थानीय मांग, खासकर त्योहार और शादी के सीजन में
- सरकार की नीतियाँ और रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीतियाँ
सोना न केवल निवेश का जरिया है, बल्कि भारतीय परंपरा, शादी-ब्याह और त्योहारों का अहम हिस्सा भी है।
अब खरीदें या करें इंतजार?
अगर आप निवेश के लिहाज से सोच रहे हैं तो विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सोने में अभी भी स्थिरता नहीं है। ₹1,00,000 के पास पहुंचने से पहले कीमतों में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। ऐसे में सोच-समझकर और लंबी अवधि के नजरिए से ही निवेश करना समझदारी होगी