भारत द्वारा 6 मई की रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान ने भारतीय सीमावर्ती इलाकों में भारी गोलीबारी और मिसाइल हमले किए हैं, जिनमें आम नागरिकों को भी निशाना बनाया गया है।

आम नागरिकों पर सीधा हमला, पुंछ और राजौरी में सबसे ज्यादा असर
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार देर रात और बुधवार सुबह जम्मू-कश्मीर के पुंछ, राजौरी और उरी सेक्टर में अंधाधुंध फायरिंग और मोर्टार हमले किए। इन हमलों में कई घरों को नुकसान पहुंचा है और तीन नागरिकों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। घायल लोगों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
भारत का कड़ा जवाब, सेना हाई अलर्ट पर
भारतीय सेना ने पाकिस्तान की इस कार्रवाई को मानवाधिकार उल्लंघन करार दिया है। सेना के प्रवक्ता ने कहा, “आम लोगों को निशाना बनाना अंतरराष्ट्रीय नियमों और युद्ध संधियों का उल्लंघन है। भारत इस हमले का माकूल जवाब दे रहा है।” एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सभी यूनिट्स को अलर्ट कर दिया गया है।
पाकिस्तान का दावा और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत की ओर से की गई सर्जिकल स्ट्राइक को ‘युद्ध की कार्रवाई’ बताते हुए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर शिकायत दर्ज कराने की बात कही है। वहीं, भारत ने स्पष्ट किया है कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए सीमित और संतुलित कार्रवाई थी, जिसमें पाकिस्तानी सेना या नागरिक ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया।
इस घटनाक्रम के बाद अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संस्थाओं ने भारत-पाकिस्तान से संयम बरतने और बातचीत से मुद्दा सुलझाने की अपील की है