
खेलो इंडिया यूथ गेम्स-Khelo India Youth Games 2025 इस बार नए जोश, नई मेजबानी और नई ऊंचाइयों के साथ 4 मई से 15 मई तक आयोजित होने जा रहे हैं। यह प्रतिष्ठित युवा खेल आयोजन अपने सातवें संस्करण में है और इस बार इसका आयोजन दो प्रमुख स्थानों—बिहार और नई दिल्ली—में किया जा रहा है। बिहार के पांच शहर—पटना, राजगीर, गया, भागलपुर और बेगूसराय—खेलों की मेजबानी करेंगे, वहीं शूटिंग, जिमनास्टिक और ट्रैक साइकिलिंग दिल्ली में आयोजित होंगी।
तीरंदाजी, कबड्डी और वॉलीबॉल जैसे लोकप्रिय खेलों से 4 मई को खेलों का आगाज़ होगा और इसकी भव्य ओपनिंग सेरेमनी पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित की जाएगी। इस साल करीब 10,000 युवा एथलीट पूरे भारत से हिस्सा लेंगे, जो इसे अब तक का सबसे बड़ा संस्करण बना रहा है।
खेलों की विविधता और आयोजन का विस्तार
इस वर्ष 28 खेलों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें ओलंपिक स्पर्धाएं जैसे एथलेटिक्स, जिमनास्टिक, शूटिंग, के साथ-साथ पारंपरिक भारतीय खेल जैसे मलखंब, योगासन और खो-खो भी शामिल हैं। स्विमिंग, फुटबॉल और शूटिंग 5 मई से शुरू होंगे जबकि एथलेटिक्स की शुरुआत 12 मई से होगी। हॉकी के मुकाबले 7 से 13 मई तक राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेले जाएंगे।
दिल्ली में डॉ. करणी सिंह शूटिंग रेंज में शूटिंग, इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में ट्रैक साइक्लिंग और जिमनास्टिक की स्पर्धाएं कराई जाएंगी, जो कि इस आयोजन के तकनीकी स्तर को और भी ऊंचा करते हैं।

राज्यों की प्रतिस्पर्धा और टीम चैंपियनशिप का रोमांच
खेलो इंडिया यूथ गेम्स केवल व्यक्तिगत प्रदर्शन का मंच नहीं बल्कि एक टीम चैंपियनशिप है, जहां हर राज्य और केंद्रशासित प्रदेश की टीम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके पदक तालिका में शीर्ष पर आने की कोशिश करती है।
पिछली बार के प्रदर्शन की बात करें तो 2023-24 संस्करण में, जो तमिलनाडु के चार शहरों—चेन्नई, मदुरै, त्रिची और कोयंबटूर—में आयोजित हुआ था, उसमें महाराष्ट्र ने 57 गोल्ड, 48 सिल्वर और 53 ब्रॉन्ज मेडल जीतकर लगातार चौथी बार खिताब अपने नाम किया था।
नवोदित खिलाड़ियों के लिए सुनहरा अवसर
खेलो इंडिया यूथ गेम्स जैसे आयोजन युवा खिलाड़ियों के लिए न केवल अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच प्रदान करते हैं बल्कि उन्हें आगे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचने का अवसर भी मिलता है। यह आयोजन रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy, स्पोर्ट्स साइंस, और स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को भी बढ़ावा देता है, जिससे यह महज खेल नहीं, बल्कि एक समग्र विकास की दिशा बनता जा रहा है।