
NEET UG 2025 परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने रविवार को देशभर में सफलतापूर्वक करवाया। इस बार परीक्षा में रिकॉर्ड 23 लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया, लेकिन एग्जाम हॉल से बाहर निकलते ही अधिकतर छात्रों के चेहरे मायूस और परेशान नजर आए। डॉक्टर बनने का सपना लेकर तैयारी करने वाले छात्रों के लिए इस बार का पेपर एक अप्रत्याशित चुनौती बन गया, खासकर फिजिक्स और केमिस्ट्री के सेक्शन में।
बेहद कठिन रहा पेपर, खासकर फिजिक्स और केमिस्ट्री
छात्रों के अनुसार, इस बार का NEET UG 2025 पेपर काफी कठिन था। दिल्ली की प्रसिद्ध कोचिंग संस्था VMC के एक्सपर्ट सुरेंद्र ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि इस बार का पेपर विशेष रूप से फिजिक्स के मामले में बेहद चुनौतीपूर्ण था। फिजिक्स का पेपर न केवल लंबा था, बल्कि काफी कैलकुलेटिव और समय लेने वाला भी रहा। यहां तक कि साल भर की कठिन तैयारी के बावजूद भी छात्र सवालों को हल करने में जूझते नजर आए।
720 नंबर पर पिछले साल हुआ था विवाद
पिछले वर्ष, NEET पेपर बहुत आसान होने के चलते हजारों छात्रों को 720 में से 720 अंक प्राप्त हुए थे, जिसके बाद कटऑफ को लेकर काफी विवाद हुआ। इसी अनुभव को ध्यान में रखते हुए, इस बार NTA ने परीक्षा को कठिन स्तर पर तैयार किया। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बार किसी भी छात्र के 720 अंक आना लगभग असंभव है।
NEET UG 2025 में कटऑफ का अनुमान
वीएमसी कोचिंग के एक्सपर्ट सुरेंद्र का कहना है कि इस बार कटऑफ 600 से 610 के बीच रह सकता है। उन्होंने कहा कि AIIMS Delhi जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश इस बार और भी कठिन हो सकता है, क्योंकि कठिन पेपर ने अच्छे-अच्छे छात्रों को परेशान कर दिया है। उनका मानना है कि इस साल का पेपर उन छात्रों के लिए काफी चौंकाने वाला था जो AIIMS जैसे संस्थानों को लक्ष्य बना रहे थे।
केमिस्ट्री में आया विवादित सवाल
इस साल की Chemistry परीक्षा में भी छात्रों को निराशा हाथ लगी। सुरेंद्र ने बताया कि पेपर में एक सवाल ऐसा था जिसमें दो ऑप्शन एक ही सही उत्तर को दर्शा रहे थे, जिससे छात्रों में भ्रम की स्थिति बनी। इसके अलावा इस बार केमिस्ट्री में फिजिकल केमिस्ट्री और इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री से अधिकतर सवाल पूछे गए, जबकि ऑर्गेनिक केमिस्ट्री से लगभग सवाल नहीं के बराबर थे। इन बदलावों ने छात्रों को और अधिक उलझन में डाल दिया।