भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों पर जबरदस्त मिसाइल हमले किए। इन ठिकानों में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ट्रेनिंग कैंप शामिल थे। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में अंजाम दिया गया, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी।

पीएम मोदी की निगरानी में हुआ ऑपरेशन
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे ऑपरेशन की रातभर निगरानी की और सेना को पूरी छूट दी गई थी। रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की है कि यह कार्रवाई फोकस्ड, नियंत्रित और सीमित दायरे में की गई ताकि किसी प्रकार की गैर-जरूरी सैन्य टकराव से बचा जा सके।
चीन का बयान: भारत-पाक को संयम बरतने की सलाह
ऑपरेशन के बाद चीन की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। चीन ने भारत की सैन्य कार्रवाई पर “खेद” जताते हुए कहा कि वह मौजूदा स्थिति से चिंतित है। चीन ने भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने और शांति के हित में काम करने की अपील की है। हालांकि चीन ने यह भी दोहराया कि वह “हर प्रकार के आतंकवाद का विरोध” करता है।
पाकिस्तान ने कहा- ‘युद्ध की कार्रवाई’
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारतीय हमलों को “युद्ध की कार्रवाई” बताया और कहा कि उनका देश इसका “करारा जवाब देने का हकदार” है। पाक सेना ने दावा किया है कि भारत की ओर से कोटली, बहावलपुर और मुजफ्फराबाद के इलाकों में हमले किए गए।
जनता और विपक्ष की प्रतिक्रिया
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर” भारत के निर्दोष नागरिकों की हत्या का करारा जवाब है और सरकार आतंकवाद को जड़ से मिटाने के लिए प्रतिबद्ध है।
राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कांग्रेस के नेताओं ने भी सशस्त्र बलों की कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि पूरा देश उनके साथ खड़ा है।
किस-किस पर गिरा भारत का कहर?
भारतीय सेना ने जिन ठिकानों को निशाना बनाया उनमें शामिल हैं:
- बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मरकज
- मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय
- कोटली और मुजफ्फराबाद के आतंकी ठिकाने
- सियालकोट, भिम्बर और शावई नाला जैसे क्षेत्र
गोलाबारी में 3 नागरिकों की मौत
भारतीय हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से भारी गोलीबारी और संघर्ष विराम उल्लंघन की खबरें आईं। इसमें तीन नागरिकों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने भी पाकिस्तानी गोलाबारी का माकूल जवाब दिया।
जम्मू के 5 जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद
सुरक्षा कारणों से जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ जिलों में सभी स्कूल, कॉलेज और शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं। प्रशासन ने जनता से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संपर्क
भारत ने अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, यूएई और सऊदी अरब को इस सैन्य कार्रवाई की जानकारी दी है। NSA अजीत डोभाल ने अमेरिकी NSA से बात कर भारत की स्थिति स्पष्ट की