
राज्य की जनता को एक बार फिर महंगाई का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ, जिसे आमतौर पर आंचल डेयरी (Aanchal Dairy) के नाम से जाना जाता है, ने दूध और उससे जुड़े उत्पादों की कीमतों में 2% से 6% तक की वृद्धि कर दी है। यह नई दरें 4 मई 2025 से लागू हो गई हैं, जिससे उपभोक्ताओं की रोज़मर्रा की ज़रूरतों पर सीधा असर पड़ा है।
अन्य डेयरी ब्रांड्स की राह पर चली आंचल डेयरी
संघ के अधिकारियों के अनुसार, इस मूल्यवृद्धि का निर्णय तब लिया गया जब हाल ही में अन्य प्रमुख डेयरी कंपनियों ने भी अपने उत्पादों के दाम बढ़ा दिए। आंचल डेयरी ने भी अपने दरों की समीक्षा करते हुए इन्हें नई आर्थिक परिस्थितियों के अनुसार संशोधित किया है। हालांकि यह कदम संगठित डेयरी उद्योग की व्यावसायिक आवश्यकता हो सकता है, लेकिन इसका भार आम जनता पर पड़ा है, विशेष रूप से मध्यम वर्ग और दैनिक उपभोक्ताओं पर।
स्टैंडर्ड और फुल क्रीम दूध की कीमतों में हुआ ₹2 प्रति लीटर का इजाफा
नई दरों के अनुसार अब स्टैंडर्ड दूध ₹58 के बजाय ₹60 प्रति लीटर मिल रहा है, जबकि फुल क्रीम दूध की कीमत ₹66 से बढ़कर ₹68 प्रति लीटर हो गई है। यह वृद्धि मामूली दिख सकती है, लेकिन रोज़ाना दूध लेने वाले उपभोक्ताओं के मासिक बजट में इससे फर्क जरूर पड़ेगा।
गाय का दूध और स्वास्थ्य का समीकरण अब महंगा
गाय का दूध, जिसे स्वास्थ्यवर्धक और सुपाच्य माना जाता है, अब ₹56 की बजाय ₹58 प्रति लीटर में मिलेगा। ₹2 की यह सीधी वृद्धि ऐसे उपभोक्ताओं के लिए चिंता का विषय बन सकती है जो छोटे बच्चों, बुजुर्गों या बीमार व्यक्तियों के लिए नियमित रूप से गाय का दूध खरीदते हैं।
घी, मक्खन और क्रीम की कीमतों ने मिठास में बढ़ाई कड़वाहट
आंचल देसी घी की कीमत ₹610 से बढ़ाकर ₹630 प्रति किलो कर दी गई है। इसी तरह 500 ग्राम मक्खन का पैक अब ₹270 की बजाय ₹285 का मिलेगा। क्रीम की कीमत में भी ₹30 का इजाफा किया गया है, और अब 1 किलो क्रीम ₹530 में उपलब्ध है। ये सभी उत्पाद आमतौर पर घरेलू रसोई और त्योहारों के समय अत्यधिक उपयोग में लाए जाते हैं, जिससे ये वृद्धि सीधे उपभोक्ताओं के खर्च में इजाफा करती है।
खोवा भी हुआ महंगा, मिठाइयों पर पड़ेगा प्रभाव
1 किलो खोवा, जो त्योहारों, पूजा-पाठ और पारंपरिक मिठाइयों में खास भूमिका निभाता है, अब ₹400 की बजाय ₹410 प्रति किलो में मिलेगा। ₹10 की यह वृद्धि मिठाई विक्रेताओं को अपनी कीमतें बढ़ाने पर मजबूर कर सकती है, जिससे ग्राहकों को मिठाइयों के दाम में भी उछाल देखने को मिलेगा।