
UP Board 10th 12th Marksheet 2025 को लेकर छात्रों में काफी उत्साह है। यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं को मई के दूसरे सप्ताह से मार्कशीट कम सर्टिफिकेट मिलने की उम्मीद है। परिणाम घोषित होते ही बोर्ड कार्यालयों में पांच दिन की छुट्टी घोषित कर दी गई थी, लेकिन एक मई से सभी कार्य फिर से सामान्य हो जाएंगे। मार्कशीट कम सर्टिफिकेट छपने में लगभग दस दिन का समय लगता है, जिसके बाद इन्हें क्षेत्रीय कार्यालयों और फिर जिलों तक भेजा जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में लगभग दो से तीन सप्ताह का समय लगेगा। हालांकि, विद्यार्थियों के लिए राहत की बात यह है कि डिजि लॉकर (Digi Locker) पर मार्कशीट कम सर्टिफिकेट पहले ही अपलोड कर दिए गए हैं, जिन्हें परीक्षार्थी आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।
इस बार नए कलेवर में मिलेगा मार्कशीट कम सर्टिफिकेट
यूपी बोर्ड ने इस बार छात्रों को जो मार्कशीट कम सर्टिफिकेट प्रदान करने जा रहा है, उसमें कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। सबसे पहले तो इसे ऐसे खास कागज पर छापा जाएगा जो न तो आसानी से फटेगा और न ही गल पाएगा। इस बार की मार्कशीट में एक अनूठा मोनोग्राम होगा, जो धूप में लाल रंग का और छांव में रंग बदलने वाला दिखाई देगा।
मार्कशीट का आकार भी पहले के मुकाबले बड़ा कर दिया गया है और अब यह ए-4 साइज में मिलेगा। फ्लोरोसेंट लोगो और विशेष नंबरिंग भी जोड़ी गई है, जो केवल अल्ट्रावायलट लाइट (Ultraviolet Light) में ही नजर आएगी।
एक और बड़ी सुरक्षा विशेषता यह है कि मार्कशीट की फोटोकॉपी करने पर उस प्रतिलिपि पर ‘फोटोकॉपी’ शब्द अपने आप लिखा दिखाई देगा। साथ ही, मार्कशीट में दर्ज प्रविष्टियों के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ या खुरच कर लिखने की संभावना नहीं होगी।
छात्रों का अनुक्रमांक अब अंकों के साथ-साथ शब्दों में भी लिखा जाएगा। साथ ही, छात्र तथा उनके माता-पिता के नाम हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में अंकित होंगे, जिससे प्रमाणपत्र की प्रामाणिकता और भी मजबूत होगी।
30 अप्रैल तक रहेगी बंदी, एक मई से खुलेगी ग्रीवांस सेल
बोर्ड परीक्षा के परिणाम के बाद 30 अप्रैल तक प्रयागराज, मेरठ, वाराणसी, बरेली और गोरखपुर समेत सभी क्षेत्रीय कार्यालय बंद रहेंगे। चूंकि शनिवार और रविवार को सामान्य अवकाश है और उसके बाद तीन दिन की घोषित छुट्टी है, इसलिए कार्य एक मई से पुनः आरंभ होगा।
एक मई से सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में ग्रीवांस सेल (Grievance Cell) चालू हो जाएंगे, जहां छात्र अपने आवेदन देकर समस्याओं का समाधान पा सकेंगे। बोर्ड ने यह स्पष्ट किया है कि छात्रों की शिकायतों का निपटारा निर्धारित समयसीमा में ही किया जाएगा।